रायबरेली में महिला सुरक्षा योजनाओं की पोल खोलते राहुल गांधी, हेल्पलाइन पर कॉल न उठने पर डीएम से किया सवाल
रायबरेली, 7 नवंबर: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने मंगलवार को अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली में “दिशा” बैठक के दौरान महिला संरक्षण और सुरक्षा योजनाओं की स्थिति पर सवाल उठाए। बैठक के दौरान, जब जिलाधिकारी हर्षिता माथुर महिला संरक्षण-सुरक्षा योजनाओं की जानकारी दे रही थीं, तब राहुल गांधी ने 181 महिला हेल्पलाइन पर कॉल करके योजनाओं की हकीकत परखने का प्रयास किया। हैरानी की बात ये रही कि हेल्पलाइन नंबर से किसी ने कॉल रिसीव नहीं किया, जिससे राहुल गांधी ने डीएम से सवाल किया कि अगर उनका ही फोन नहीं उठता, तो सुरक्षा की क्या गारंटी है?
राहुल गांधी ने रायबरेली की विकास योजनाओं और महिला सुरक्षा कार्यक्रमों का जायजा लेने के लिए पहली बार “दिशा” बैठक में चेयरमैन के रूप में शिरकत की। बैठक में महिला संरक्षण और सुरक्षा योजना का मुद्दा उठाया गया, जिसमें डीएम हर्षिता माथुर ने 1 अप्रैल 2022 से 30 सितंबर 2024 के बीच महिला हेल्पलाइन पर आईं शिकायतों और उनके निस्तारण के आंकड़े प्रस्तुत किए। उन्होंने बताया कि इस अवधि में 74 मामलों का समाधान किया गया, वहीं 1506 शिकायतें सीधे सेंटर पर आईं, जिनका भी निस्तारण किया गया। राहुल गांधी ने इस पर सवाल उठाते हुए योजनाओं की प्रभावशीलता पर संदेह व्यक्त किया।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं में नाराजगी
राहुल गांधी के रायबरेली आगमन पर कांग्रेस कार्यकर्ता और पदाधिकारी उनसे मिलने के लिए उत्सुक थे, लेकिन पुलिस सुरक्षा के कारण अधिकांश कार्यकर्ताओं को उनसे मिलने नहीं दिया गया। डिग्री कॉलेज चौराहे पर एकत्र हुए कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका, जिससे वे नाराज होकर पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। बाद में डीएम ने सुरक्षा का हवाला देकर स्थिति को शांत किया।
चुरुवा हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना
राहुल गांधी का काफिला रायबरेली में प्रवेश करते ही सबसे पहले चुरुवा हनुमान मंदिर पर रुका। उन्होंने मंदिर में हनुमान जी की पूजा-अर्चना की और स्थानीय लोगों से मुलाकात की। इसके बाद वे अन्य कार्यक्रमों में शिरकत करने आगे बढ़ गए।