महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव: Gopal shetty ने क्यों छोड़ी बोरीवली की रेस? नामांकन वापसी से भाजपा की नई रणनीति

Maharsatra

innnews110.com
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Gopal shetti photo credit. ANI
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  • महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले, मुंबई के बोरीवली क्षेत्र से वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व सांसद Gopal shetty ने अपना स्वतंत्र नामांकन वापस ले लिया है। यह निर्णय भाजपा के लिए एक बड़ी राहत के रूप में आया है, क्योंकि बोरीवली को पार्टी का मजबूत गढ़ माना जाता है।

मुंबई उत्तर में एक प्रभावशाली राजनीतिक सफर

गोपाल शेट्टी ने मुंबई उत्तर क्षेत्र में एक प्रभावशाली राजनीतिक सफर तय किया है। पिछले वर्षों में उन्होंने कई महत्वपूर्ण राजनीतिक पदों पर कार्य किया है, जिनमें 2004 और 2009 में बोरीवली से विधायक के रूप में सेवा देना शामिल है। इसके बाद, 2014 में उन्हें मुंबई उत्तर संसदीय क्षेत्र से सांसद चुना गया, जहाँ उन्होंने 4 लाख से अधिक मतों से जीत हासिल की, और इस उपलब्धि को 2019 में फिर दोहराया। क्षेत्र में उनकी गहरी पकड़ और समुदाय के साथ उनके करीबी संबंधों ने उन्हें भाजपा की महाराष्ट्र इकाई में एक महत्वपूर्ण नेता बना दिया है।

Gopal shetty photo credit. ANI

विधानसभा चुनावों में टिकट की उम्मीद

शेट्टी के राजनीतिक सफर में एक आश्चर्यजनक मोड़ तब आया जब 2024 के आम चुनाव में उन्होंने केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता पीयूष गोयल के लिए अपनी सीट छोड़ दी। शेट्टी द्वारा यह त्याग एक रणनीतिक कदम के रूप में देखा गया, और पार्टी में वफादारी के इनाम के तौर पर उन्हें विधानसभा चुनाव में टिकट मिलने की उम्मीद थी।

हालाँकि, जब भाजपा ने बोरीवली से संजय उपाध्याय को टिकट देने का निर्णय लिया, तो शेट्टी ने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल कर दिया। यह कदम भाजपा के भीतर चिंता का कारण बन गया, क्योंकि शेट्टी का स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ना, भाजपा के मतों को विभाजित कर सकता था, विशेष रूप से बोरीवली जैसे क्षेत्र में, जो भाजपा का गढ़ रहा है।

वरिष्ठ नेताओं के हस्तक्षेप के बाद नामांकन वापस लिया

शेट्टी ने भाजपा के वरिष्ठ नेता विनोद तावड़े के साथ चर्चा के बाद अपने स्वतंत्र नामांकन को वापस लेने का निर्णय लिया। इन वार्ताओं के बाद, शेट्टी ने घोषणा की कि वह चुनाव में हिस्सा नहीं लेंगे, जिससे पार्टी को इस क्षेत्र में एकता और स्थिरता बनाए रखने में मदद मिली है।

बोरीवली में भाजपा के गढ़ पर असर

नामांकन वापस लेकर शेट्टी ने भाजपा को बोरीवली में अपनी स्थिति मजबूत करने का मौका दिया है, जिससे आगामी विधानसभा चुनावों में यह सीट पार्टी के पास बने रहने की संभावना है। यह विकास भाजपा की एकता बनाए रखने और प्रमुख निर्वाचन क्षेत्रों में आंतरिक विभाजन को रोकने की रणनीति को भी दर्शाता है, जहाँ पार्टी को परंपरागत रूप से मजबूत समर्थन प्राप्त है।

महाराष्ट्र भाजपा में अन्य बदलाव

इसी बीच, भाजपा की एक अन्य नेता स्वीकृति शर्मा, जिन्होंने अंधेरी पूर्व से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया था, ने भी अपना नामांकन वापस लेने का ऐलान किया। शेट्टी की तरह शर्मा का यह निर्णय भी पार्टी की एकता को बनाए रखने और चुनाव से पहले पार्टी में स्थिरता लाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

निष्कर्ष

बोरीवली निर्वाचन क्षेत्र से गोपाल शेट्टी का नामांकन वापस लेना महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों की रणनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। उनके इस निर्णय ने पार्टी एकता के महत्व को रेखांकित किया है और भाजपा की आंतरिक एकता को बनाए रखने के प्रयासों को दर्शाया है। जैसे-जैसे महाराष्ट्र चुनाव के करीब आ रहा है, भाजपा इन घटनाक्रमों पर करीब से नजर रखेगी, क्योंकि बोरीवली और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पार्टी की रणनीति के तहत ये सीटें अहम भूमिका निभाएंगी।

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